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अल्पविकसित देशों के लिए प्रेरणास्पद है भारत की प्रगति : शेखावत

– इंडिया वॉटर वीक के दूसरे दिन की सेमिनार में केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री का उद्बोधन

नई दिल्ली, 2 नवम्बर। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि पिछले आठ सालों में भारत की प्रगति की गति कई अल्पविकसित देशों के लिए प्रेरणास्पद रही है। स्वच्छ भारत और नमामि गंगे जैसे अभियान पूरे विश्व के लिए आदर्श हैं।

बुधवार को इंडिया वॉटर फाउंडेशन की ओर से आयोजित इंडिया वॉटर वीक के दूसरे दिन अपने संबोधन में केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत ने कहा कि कई पिछड़े देश भारत से सीख लेकर आगे बढ़ रहे हैं। भारत परिवार भाव से आगे बढ़ रहा है, जिस प्रकार एक परिवार में सब बराबरी पर रहे, इसकी जिम्मेदारी पूरे परिवार की होती है। उसी तरह देश के सारे राज्य आगे बढ़े, यह सामूहिक जिम्मेदारी है। भारत के इस दर्शन को पूरे विश्व ने महसूस किया है। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस बात पर जोर दिया है कि दुनिया के किसी देश को जिस चीज की आवश्यकता है, बाकि देश उसके साथ उस दिशा में मिलकर हाथ बढ़ाएंगे। ऐसा करने से पूरा विश्व विकास के अपने लक्ष्यों को तेजी से हासिल कर सकेगा।

स्वच्छ जल की महत्ता पर चर्चा पर करते हुए शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने शुरुआती कार्यकाल में ही यह तय किया था कि देश के 19 करोड़ से ज्यादा ग्रामीण परिवारों को पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध कराया जाएगा। जल जीवन मिशन का उद्देश्य घरों में नल पहुंचाना मात्र नहीं है, बल्कि प्रत्येक परिवार को शुद्ध पीने योग्य पानी देना है। इसका ध्येय वाक्य है- हर घर में नल और नल से जल।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि शुद्ध जल के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देशभर में दो हजार जल प्रयोगशालाएं स्थापित की गईं। उन्हें एक राष्ट्रीय नेटवर्क से जोड़ा गया है। इससे पानी की गुणवत्ता की निरंतर जांच होगी। गांवों में पानी की गुणवत्ता को परखने के लिए देशभर में 11 लाख महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है, जो नल से आने वाले पानी की गुणवत्ता की जांच कर सकेगी। उन्होंने कहा कि हमने जिस मिशन मोड में काम किया, उसी का परिणाम है कि आज देश के 54 प्रतिशत घरों में नल कनेक्शन हो गए।

सेमिनार के प्रमुख विषय में से एक स्वच्छता पर चर्चा करते हुए शेखावत ने कहा कि खुले में शौच से मुक्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने भारत को 2030 तक का समय दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में हम वर्ष 2019 में ही इस लक्ष्य को प्राप्त कर चुके। प्रधानमंत्री जी की इस व्यक्तिगत प्रेरणा के कारण इस अभियान में देश के सारे राज्य की सरकारें और आम जन इससे जुड़े। स्वच्छता अभियान मल्टी स्टेक होल्डर पार्टनरशिप का सबसे अच्छा अभियान है, जिसमें राज्य की सरकारों से लेकर जनप्रतिनिधि, अफसर और यहां तक कि स्कूली बच्चे तक शामिल हुए। इन सबकी सहभागिता से ही हमने खुले में शौच से मुक्ति अभियान के लक्ष्य को प्राप्त किया। आज हम उस लक्ष्य से भी काफी आगे बढ़ गए हैं। अब छह लाख गांवों में से एक लाख 15 हजार गांवों में ओडीफ प्लस के लक्ष्य तक पहुंच चुके हैं। यह पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा है।

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